पानीटंकी, 29 सितंबर (नि.सं.)। कोरोना के कारण लंबे समय से भारत-नेपाल सीमा पर पानीटंकी से नेपाल तक संचार बंद है। सीमा पर मालवाहक ट्रकों की आवाजाही के बावजूद सीमा को आम जनता के लिए दोबारा नहीं खोला जा रहा है। जिससे सीमा क्षेत्र के करीब 2 हजार व्यवसायी संकट में पड़ गये है।
सीमा को जल्द से जल्द खोलने की मांग में पानीटंकी व्यवसायी समिति ने आज एसएसबी की 41वीं बटालियन को एक ज्ञापन सौंपा है। आज सीमा पर स्थानीय निवासियों और व्यवसायियों ने अपना आक्रोश भी व्यक्त किया।
इस संबंध में रामकुमार छेत्री ने कहा कि दोनों देशों के लोग विभिन्न जरूरतें के लिये आने पर भी एसएसबी द्वारा उन्हें रोका जाता है। इससे टोटो, ऑटो चालकों से लेकर व्यवसायी और आम लोग समस्या में है।