सिलीगुड़ी, 3 दिसंबर (नि.सं.)। बालासन ब्रिज के ऊपर बनी वैली ब्रिज के उद्घाटन से पहले ही राजनीति हंगामा शुरू हो गया। ब्रिज के ऊपर ही ममता बनर्जी और मोदी के नाम से जय कारे लगने शुरू हो गए।
जानकारी के अनुसार वैली ब्रिज के उद्घाटन के मौके पर जिलाशासक, महकमाशासक, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासनिक मंडली के सदस्य माटीगाड़ा पहुंचे थे। इधर, माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी के विधायक आनंदमय बर्मन भी अपने समर्थकों के साथ वैली ब्रिज पहुंचे।
आरोप है कि उद्घाटन स्थल से विधायक एवं उनके समर्थकों को वापस लौटा दिया गया। जिसे लेकर भाजपा समर्थकों एवं विधायक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। बाद में पुलिस प्रशासन एवं जिला शासक ने माहौल को शांत किया। इसके बाद जिला शासक और विधायक आनंदमय बर्मन ने वैली ब्रिज का उद्घाटन किया। वहीं, विधायक आनंदमय बर्मन ने कहा है कि केंद्र सरकार की संयोगिता से ही इतनी जल्दी वैली ब्रिज बनकर तैयार हुई है। इसमें केंद्र सरकार की तरफ से 80% रूपये दिए गए है।
वहीं, उन्होंने कहा कि जब ब्रिज के ऊपर से ट्रायल रन हो गया तो फिर उद्घाटन कार्यक्रम की जरूरत क्या थी। उन्होंने उद्घाटन को सत्ताधारी दल का दिखावा बताया। वही, उन्होंने कहा कि वे इस इलाके का विधायक है फिर भी उसे उद्घाटन कार्य्रकम में आमंत्रित नहीं किया गया था।
दूसरी तरफ, सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासनिक मंडली के सदस्य एवं उत्तरबंग विकास विभाग के सदस्य रंजन सरकार ने कहा कि राज्य सरकार की तत्परता से बालासन के ऊपर वैली ब्रिज बनकर तैयार हुआ है।
केंद्र सरकार ने इस ब्रिज को बनाने में कोई भी संयोगिता नहीं की है। उन्होंने विधायक द्वारा केंद्र सरकार की तरफ से 80% दिए गए धनराशि पर सवाल करते हुए कहा कि उनका गणित ठीक नहीं है। उन्हें पढ़ लिख कर आना चाहिए था।