सिलीगुड़ी,14 मार्च (नि.सं.)। राज्य सरकार की स्टेट गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (एसजीएसटी) विभाग ने इस बार लकड़ी तस्करी की योजना विफल कर दी है। विभाग ने फूलबाड़ी में एक कंटेनर से भारी मात्रा में सागवान की लकड़ी जब्त की है। जिसे चायपत्ती के चालान की आड़ में तस्करी कर मुंबई ले जा रही थी। एसजीएसटी की टीम सागवान की लकड़ी से भरी कंटेनर को जब्त कर चालक के साथ सारूगाड़ा वन विभाग को सौंप दिया। जिसके बाद आज वन विभाग ने आरोपी चालक को जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया है।
सूत्रों के अनुसार, बुधवार को सेल टैक्स चोरी रोकने के लिए एसजीएसटी के एडिशनल कमिश्नर विशाल लामा के नेतृत्व में असिस्टेंट कमिश्नर चांद मंसूरी की टीम का विशेष अभियान चल रहा था। जहां पर मालवाही गाड़ियों के कागजात की चेकिंग चल रही थी। इस दौरान यूपी नंबर की (UP 23 AT 2549) कंटेनर को रोककर जांच की गई। इस दौरान अधिकारियों को चालक ने बताया कि कंटेनर में चाय की पत्ती है। जिसकी कागजात चालक ने अधिकारियों को दिखाया। जिसके बाद अधिकारियों ने संदेह के आधार पर कंटेनर चालक को माटीगाड़ा परिवहन नगर स्थित एसजीएसटी कार्यालय ले जाने का निर्देश दिया। जब चालक ने कंटेनर का गेट खोला तो अधिकारी दंग रह गए। कंटेनर में चाय की पत्ती की जगह सागवान की लकड़ी भड़ी थी। जिसके बाद एसजीएसटी अधिकारी सारूगाड़ा वन विभाग को सूचित कर दिया। बाद वन विभाग एसजीएसटी कार्यालय पहुंची और कंटेनर को अपने कब्जे में लिया। वहीं, चालक राहुल खान को गिरफ्तार कर लिया। जब्त सागवान की लकड़ी की अनुमानित बाजार मूल्य 12 लाख रुपये आंकी गई है। इसके बाद वन विभाग ने आरोपी चालक को आज अदालत में पेश किया।
इस विषय नार्थ बंगाल एसजीएसटी विभाग के स्पेशल कमिश्नर सोनम वांग्दी भूटिया ने कहा कि उनकी टीम द्वारा फुलबाड़ी पानीकौड़ी टोल प्लाजा के पास अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान एक कंटेनर से भारी मात्रा में सागवान की लकड़ी बरामद हुई। हालांकि चालक के पास जो कागजात मिली थी वह चाय पत्ती की चालान था। प्रशासन के आंख में धूल झोंकने के लिए असम से फूलबाड़ी के रास्ते मुंबई में चाय पत्ती चलन की आड़ में लकड़ी की तस्करी होने वाली थी। जिसका एसजीएसटी विभाग ने खुलासा किया। सारूगाड़ा वन विभाग पूरे मामले की जांच कर रही है।