दार्जिलिंग,30 नवंबर (नि.सं.)। सर्दी की शुरुआत में दार्जिलिंग शहर में एक नया मेहमान आया।दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क में दो सफेद बाघ,दो गोल्डन जैकल लाए गए हैं। इन नए मेहमानों के आगमन पर दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। सर्दी की मौसम में ये पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करने वाले हैं। दार्जिलिंग का पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है। शैलशहर के इस चिड़ियाघर में हर साल देश-विदेश से पर्यटक आते हैं।
पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क के अंतर्गत आने वाले तोपकेदारा प्रजनन केंद्र में स्नो लेपर्ड, हिमालयी की विभिन्न प्रजातियों के भेड़िये, रेड पांडा जैसे जंगली जानवरों का सफलतापूर्वक कृत्रिम प्रजनन किया गया है। पिछले जुलाई महीने में चिड़ियाघर में चार रेड पांडा और स्नो लेपर्ड के शावकों का जन्म हुआ था। हाल ही में शावकों का नामकरण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था। चिड़ियाघर के अधिकारियों ने कहा कि इस चिड़ियाघर में फिर से नए मेहमानों के आगमन से नए पंख जुड़ रहे हैं। जानवरों को हैदराबाद के नेहरू जुआलाजिकल पार्क से सड़क मार्ग से लाया गया था। फिलहाल सभी स्वस्थ हैं। इस संबंध में राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के सदस्य सचिव सौरभ चौधरी ने कहा कि हैदराबाद से दार्जिलिंग चिड़ियाघर में एक जोड़ा सफेद बाघ और दो गोल्डन जैकल लाई गई है।
इसके बदले में रॉयल बंगाल टाइगर्स, गोल्डन फिजेंट, सिल्वर फिजेंट, लेडी एमहर्स्ट फिजेंट और चीयर फिजेंट को हैदराबाद चिड़ियाघर भेजा गया। दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क के निदेशक ने कहा कि चिड़ियाघर के वातावरण में ढलने के बाद नए वन्यजीवों को जल्द ही पर्यटकों के सामने लाया जाएगा।