सिलीगुड़ी, 7 दिसंबर (नि.सं.)। हाथ में गुदे मोबाइल नंबर ने उत्तर प्रदेश से लापता एक दिव्यांग युवक को उसके परिवार से मिलाया दिया है। जिसमें अहम भूमिका सिलीगुड़ी थाना की पुलिस की भी है।
बताया जा रहा है की सिलीगुड़ी की विनस मोड़ पर एक युवक को इधर-उधर घूमते देखा गया। सबसे पहले टोटो चालकों ने युवक से बात करना चाहा, लेकिन वह कुछ नहीं बोल पाया। जिसके बाद गश्त पर निकली सिलीगुड़ी थाने के एएसआई हरेन मंहतो को इसकी खबर मिली। जिसके बाद हरेन मंहतो ने दिव्यांग को अपने साथ थाने ले आई। सिलीगुड़ी थाना की पुलिस ने युवक से बात कर उसकी बात समझने का प्रयास किया, लेकिन असमर्थ रहे। बाद में दिव्यांग ने अपने हाथ में गुदे मोबाइल नंबर को एएसआई हरेन मंहतो को दिखाया। जब एएसआई हरेन मंहतो ने मोबाइल नंबर से संपर्क किया तो पता चला कि दिव्यांग उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला है।
तौफीक अहमद का दिव्यांग बेटा मोहम्मद अरमान गत 2 दिंसबर से लापता था। जिसके बाद एएसआई हरेन मंहतो ने दिव्यांग के पिता तौफीक अहमद को सिलीगुड़ी आकर ले जाने को कहा। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से अरमान के पिता और चाचा सिलीगुड़ी थाने पहुंचे। कानूनी परिक्रिया के बाद सिलीगुड़ी थाना कि पुलिस लापता मुहम्मद अरमान को उसके पिता तौफिक अहमद के हवाले कर दिया। लापता बेटा वापस मिलने के बाद पिता और चाचा के चेहरे पर हंसी लौट आई। वहीं, दोनों ने सिलीगुड़ी थाने के एएसआई हरेन मंहतो सहित सहकर्मियों को शुक्रिया अदा किया।