सिलीगुड़ी,15 सितंबर (नि.सं.)।लॉकडाउन के दौरान गरीब जनता को कोई समस्या ना आए इसको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की थी। इस योजन के तहत गरीबों को पांच किलो मुफ्त गेंहू या चावल और एक किलो चना दिया जा रहा है।
लेकिन इस योजना के तहत पांच किलो चावल सिलीगुड़ी महकमा के विभिन्न चाय बागानों के श्रमिकों को नहीं मिल रहा है। ऐसे ही आरोप लगाते हुए उत्तरबंग चाय श्रमिक अधिकार मंच ने आवाज बुलंद की है।
आज सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब में एक पत्रकार सम्मेलन कर उत्तरबं चाय श्रमिक अधिकार मंच के अध्यक्ष राज कुमार कश्यप ने यह बात कही।उन्होंने कहा कि माटीगाड़ा, फांसीदेवा, नक्सलबाड़ी और खारीबाड़ी के चार ब्लाॅकों के 41चाय बागानों श्रमिक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से वंचित है।इस सबंध में जब राज्य खाद्य विभाग से संपर्क किया गया तो वहां से बताया गया कि केवल जिनके पास डिजिटल कार्ड हैं, वे लोग इस योजना के तहत आते है।
खाद्य विभाग ने कहा कि इस संबंध में एक मामला उच्च अदालत में चल रहा है।खाद्य विभाग ने कहा है कि यह मामला सुलझने के बाद ही नया कार्ड बनाना संभव होगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन अवधि के दौरान केवल प्रवासी श्रमिकों को सिर्फ दो महीने के लिए योजना के तहत चावल दिया गया था।
लॉकडाउन के खत्म होने के बाद उन्हें वह चावल भी नहीं मिल रहा है। जिसके चलते चाय श्रमिकों सहित प्रवासी श्रमिकों काफी समस्या में दिन बिता रहे है। उन्होंने इस समस्या जल्द से जल्द समाधान करने के लिये निवेदन किया है।