सिलीगुड़ी, 21 मार्च (नि.सं.)।शहीद घनश्याम मिश्रा की जीवनी पर एक पुस्तक प्रकाशित किया गया है। सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब में रविवार को दूसरी बार पुस्तक को प्रकाशित किया गया। इससे पहले पहली बार मालदा में पुस्तक का अनावरण किया गया था।
इस दौरान शहीद घनश्याम मिश्रा के बेटे तथा सिलीगुड़ी विधानसभा के तृणमूल उम्मीदवार ओमप्रकाश मिश्रा और उनके परिवार के वर्तमान सदस्य उपस्थित थे। अंग्रेजों के समय और स्वतंत्रता के बाद के दौर में घनश्याम मिश्रा डुआर्स के चाय मजदूर यूनियनों के संस्थापक थे।वह चाय श्रमिकों के प्रति अन्याय के विरोध में आवाज उठाते थे। इसके बाद उनकी हत्या कर दी गयी थी।
घनश्याम मिश्र की पुत्रवधु मिनती दत्त मिश्रा ने कहा कि घनप्रसाद मिश्र की कोई लेखनी नहीं मिली, उनके कुछ मित्रों द्वारा उनके बारे में लिखी गयी कुछ तथ्यों को संग्रह किया गया है। उन तथ्यों की मदद से उक्त पुस्तक लिखी गई है। पता चला है कि मिनती दत्त मिश्रा, गोपाल राहा, डाॅक्टर पौलमी भावल के लंबे प्रयासों के कारण इस पुस्तक प्रकाशित हुई है।