सिलीगुड़ी, 03 नवंबर (नि.सं.)। कोरोना की तीसरी लहर कभी भी आ सकती है, शायद आ भी चुकी है। इस वजह से शहर के चिकित्सकों ने काली पूजा और दिवाली को सादगी से मनाने को कहा है। वहीं, चिकित्सकों ने प्रदूषण और कोरोना को देखते हुए पटाखों को न जलाने का भी निवेदन किया।इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सिलीगुड़ी की ओर से बुधवार को प्रेस वार्ता किया गया।
इस प्रेस वार्ता में डॉ मलय चक्रवर्ती, डॉ राधेश्याम महतो, डॉ शेखर चक्रवर्ती, डॉ कल्याण खान और अन्य उपस्थित थे।प्रेस वार्ता में चिकित्सकों ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में रोजाना कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है। जो चिंताजनक है।
नतीजतन, अगर ऐसी स्थिति में मंडप में भीड़ होती है तो खतरा पैदा हो सकता।इसके अलावा, कोरोना काल में सांस की तकलीफ की शिकायत कई लोगों में पाई गई है। जिस वजह से पटाखों से निकलने वाला जहरीला धुंआ उनके लिए खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा पटाखों के धुएं से भी कोरोना वायरस फैल सकता है। इसलिए इस दिवाली चिकित्सकों ने अधिक सावधान रहने की आवश्यकता बताई है