सिलीगुड़ी, 9 मार्च (नि.सं.)। गेंदे के फूल और बेल के पत्तों से सुगंधित अबीर तैयार किये जा रहे है। मिलावट के इस युग में अगर आप इस हर्बल अबीर का इस्तेमाल करते हैं, तो कोई त्वचा रोग या एलर्जी नहीं होगी।
दरअसल, होली के आगे लोग मिलावटी और रासायनिक अबीर को लेकर चिंतित नजर आते है। जिससे दूर रहने की सलाह डॉक्टरों भी देते है। जिसके चलते पिछले कुछ सालों में हर्बल अबीर की मांग बढ़ी है। पश्चिम बंगाल सरकार के वन विभाग की पहल पर होली से पहले हर्बल अबीर बनाया जाता है। जो वन स्टोर से बिकते है।
इस वर्ष भी सिलीगुड़ी के निकट बैंगडूबी में वन विभाग द्वारा हर्बल अबीर बनाया जा रहा है। करीब साढ़े सात क्विंटल हर्बल अबीर तैयार किये जा रहे है।सिलीगुड़ी के अलावा इस हर्बल अबीर को आसपास के विभिन्न जिलों में भेजा जाएगा।
बताया जा रहा है कि हर्बल अबीर को गेंदा फूल और बेल के पत्तों के साथ टैल्कम पाउडर और फूड कलर मिलाकर बनाया जाता है। मिली जानकारी के अनुसार यह हर्बल अबीर वन स्टोर में बिकना भी शुरू हो गया है।