सिलीगुड़ी, 25 अक्टूबर (नि.सं.)। सिलीगुड़ी से असम के गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर दर्शन करते जाते समय दूसरी कक्षा में पढ़ने वाला देव सूत्रधर अपने माता-पिता से बिछड़ गया था। आज वह लगभग 17 वर्ष का हो गया है।
कई सालों के बाद आखिरकार देव सूत्रधर किसी तरह अपने घर सिलीगुड़ी लौट आया है। लेकिन उसे यह याद नहीं कि उसके माता-पिता कैसे दिखते है और वह कहां रहते है। उसे बस माता-पिता और स्कूल का नाम ही याद है।
देव सूत्रधर ने कहा कि उसके पिता का नाम कार्तिक सूत्रधर और मां का नाम सावित्री सूत्रधर है। बचपन में वह सिलीगुड़ी के डॉन बॉस्को स्कूल में पढ़ता था। वह अपने माता-पिता के साथ गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर दर्शन करने गया था, लेकिन इस दौरान वह लापता हो गया। इस बीच वह गुवाहाटी के बेलतला में एक घर में काम करने लगा था। वो अपने घर सिलीगुड़ी लौटना चाहता था, लेकिन पैसे की कमी के कारण ऐसा संभव न हो पाया। लेकिन इतने सालों के बाद देव सूत्रधर आज सिलीगुड़ी लौट आया है।
वहीं, देशबंधुपाड़ा स्थित हिमाचल संघ क्लब के प्रबंधन द्वारा उसके माता-पिता की तलाश कर उसे घर वापस भेजने की कोशिश शुरू कर दी गयी हैं। दूसरी तरफ,स्कूल बंद होने के कारण फिलहाल डॉन बॉस्को स्कूल प्रबंधन से संपर्क करना संभव नहीं हो पाया है।