फांसीदेवा, 25 मार्च (नि.सं.)। महानंदा नदी से बालू खनन पर रोक के बावजूद धड़ल्ले से बालू का खनन हो रहा है। पहले यह काम रात के अंधेरे में होता था, लेकिन अब तो दिनदहाड़े हो रहा है।
ज्ञात हो कि पिछले माह माटीगाड़ा के बलासन नदी में बालू का टीला ढ़हने से तीन किशोरों की मौत हो गई थी। साथ ही गुरूवार को रात के अंधेरे में बालू तस्करी रोकने की कोशिश कर रही पुलिस की गाड़ी में आग लगाने की घटना घटी थी।
इसी बीच आज फांसीदेवा ब्लॉक के भुरियाखाली इलाके में महानंदा नदी से दिन के उजाले में बालू चोरी होने की घटना से सनसनी फैल गई। नदी से बालू चोरी होने की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों ने क्षोभ प्रकट किया है।
आरोप है कि उत्तर दिनाजपुर जिले के बालू माफिया दार्जिलिंग जिले में प्रवेश कर रहे है। दोनों जिलों के बीच बहने वाली महानंदा नदी से दिन में ही बालू की चोरी हो रही है। जिससे नदी संलग्न इलाकों की जमीन उजड़ रही है। साथ ही जमीन की पानी भी सूख रही है। घटना का विरोध करने दौरान बालू माफियाओं ने स्थानीय लोगों पर हमला किया था। निवासियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि दार्जिलिंग जिला पुलिस घाट इलाके में निगरानी रखती है, लेकिन उत्तर दिनाजपुर के पुलिस घाट पर निगरानी नहीं रखती है।
शनिवार को भी दिन के उजाले में बालू की तस्करी की जा रही थी,लेकिन इसकी खबर मिलते ही जब दार्जिलिंग जिले के विधाननगर जांच केंद्र की पुलिस मौके पर पहुंची तो तस्कर मौके से फरार हो गये।