राजगंज,28 दिसंबर (नि.सं.)। विभिन्न पार्कों को कोविड नियमों के तहत खोल दिया गया है, लेकिन फूलबाड़ी बैराज स्थित पार्क अभी भी बंद है। जिसके चलते रोजाना यहां बड़ी संख्या में लोग आकर वापस लौट रहे हैं। इस बीच पार्क के बंद होने से राजस्व वसूली नहीं हो रही है। फिलहाल दोनों पार्क जर्जर होने की कगार पर हैं। इसलिए पर्यटकों से लेकर इलाकावासियों ने पार्क खोलने की मांग की है।
वैसे तो फूलबाड़ी बैराज में साल भर कई पर्यटक इसकी प्राकृतिक सुंदरता के लिए आते हैं, लेकिन सर्दियों में प्रवासी पक्षियों के आने से पर्यटकों की संख्या और बढ़ जाती है। फूलबाड़ी बैराज पार्क में तरह-तरह के पौधे, एलईडी लाइट और बच्चों के खेलने के उपकरण समेत लोगों की बैठने की जगह भी है।
बताया गया है कि दो पार्कों के रखरखाव व संचालन के लिए टेंडर दिया गया था। लेकिन पिछले दो साल से पार्क बंद होने के कारण रखरखाव के अभाव में दोनों पार्क जर्जर होते जा रहे हैं। रखरखाव के प्रभारी देबरू मोहम्मद ने बताया कि फूलबाड़ी महानंदा बैराज प्रबंधन के तहत आने वाले दो पार्क करीब दो साल से बंद हैं। 70 हजार रुपये सालाना के बदले मुझे दो पार्कों के रखरखाव और संचालन का काम सौंपा गया था। पिछले साल लॉकडाउन के बाद से दोनों पार्क बंद हैं। टेंडर खत्म होने के बाद भी प्रबंधन ने नया टेंडर नहीं दिया है। प्रबंधन की उदासीनता से दोनों पार्क जर्जर होते जा रहे हैं।
फूलबाड़ी बैराज घूमने आए एक पर्यटक ने कहा कि कभी-कभी मैं फूलबाड़ी बैराज में घूमने आता हूं। लेकिन मैं लंबे समय से दोनों पार्कों को बंद पड़ा देख रहा हूं। रखरखाव के अभाव में पार्क में लगे पौधे नष्ट हो रहे हैं। रात में स्ट्रीट लाइट नहीं जलती है। पार्क प्रबंधन को मामले को देखना चाहिए।
इस संबंध में फूलबाड़ी महानंदा बैराज सर्कल के सुपरिंटेंडिंट इंजीनियर स्वपन कुमार साहा ने बताया कि कोरोना की स्थिति में पार्क खोलने पर कुछ पाबंदियां हैं, इसलिए पार्क नहीं खोला गया।