सिलीगुड़ी, 9 दिसंबर (नि.सं.)। सिलीगुड़ी के शक्तिगढ़ और अशोकनगर इलाके में बारिश के बाद अब पानी जमा नहीं होगा। शहर में करीब 10 करोड़ की लागत से नए सिरे से ड्रेनेज सिस्टम बनाने का काम शुरू हो गया है। इधर काम शुरू होने से पहले नगर निगम को बाधाओं का सामना करना पड़ा।
योजना के अनुसार वार्ड नंबर 31 व 32 का पानी शीतला पारा ड्रेन से होकर महानंदा नदी में जाएगा। इस कारण शीतला पारा में करीब एक करोड़ 76 लाख की लागत से नए सिरे से ड्रेनेज सिस्टम बनाने का काम शुरू हुआ है।
वहीं, शुक्रवार को काम शुरू होने से पहले शीतल पारा के निवासियों ने विरोध शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने काम बंद करा दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, नया ड्रेन में शक्तिगढ़ क्षेत्र का पानी जाने से जलजमाव की स्थिति और भी उत्पन्न हो सकती है। ऐसे ही बारिश में ड्रेन में इलाके का पानी जमा रहता है। वहीं, दूसरे इलाके का पानी इस ड्रेन से गुजरने से समस्या और भी बढ़ सकता है।
दूसरी तरफ, स्थानीय निवासियों के विरोध के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव, स्थनीय वार्ड पार्षद, बोरो चेयरमैन और नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद मेयर ने स्थानीय लोगों से बात की।
इस दौरान मेयर गौतम देव ने कहा कि इलाके के लोगों में ड्रेन निर्माण को लेकर भ्रम की स्थिति है। वार्ड नंबर 31 व 32 में जलजमाव की समस्या के समाधान के लिया नए रूप से काम किया जा रहा है। शीतला पारा में बने ड्रेन से पानी नदी में जाएगा। वहीं, उन्होंने कहा की फ़िलहाल सिंचाई विभाग, नगर निगम के अधिकारी इलाके में जाकर सर्वेक्षण करेंगे और निवासियों से बात करेंगे।