सिलीगुड़ी,17 अगस्त (नि.सं.)। बोर्ड का गठन तृणमूल कांग्रेस ने किया, फिर भी प्रधान भाजपा और उप प्रधान तृणमूल कांग्रेस का बना! भले ही यह आश्चर्यजनक लग रहा होगा, पर यह सच है! सिलीगुड़ी महकमा परिषद के खोरीबाड़ी बिन्नाबाड़ी का बोर्ड गठन इतिहास का साक्षी बन गया है।
दरअसल, बिन्नाबाड़ी ग्राम पंचायत की 13 सीटों में से तृणमूल ने 9 सीटों पर और भाजपा ने 4 सीटों पर जीत हासिल किया था। तृणमूल कांग्रेस बहुमत हासिल करने के बाद भी प्रधान पद के लिए अनुसूचित जनजाति के आरक्षण के कारण सत्ताधारी दल के पास उम्मीदवार नहीं होने से मुसीबत में पर गया।
बताया जा रहा है कि 25 जुलाई को बोर्ड गठन होने वाला था, लेकिन इस दिन तृणमूल के नहीं आने से बोर्ड घटन प्रक्रिया नहीं हो सका था। जिसेक बाद आज जब बोर्ड का घटना किया गया तो भाजपा के अलाकसू लाकड़ा प्रधान निर्वाचित हुए और तृणमूल के प्रमोद प्रसाद को उपप्रधान चुना गया। इसे लेकर कोई अप्रिय घटना न घटे इलाके में कड़ी सुरक्षा के बीच 144 धारा लगाया गया था।
नवनिर्वाचित प्रधान ने कहा लोगों के लिए काम करूंगा। पार्टी के निर्देशों का पालन करते हुए लोगों के फैसले का समर्थन उन्होंने किया है।
वहीं, ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष मुकुल सरकार ने कहा कि चूंकि अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार उनका कोई जीत नहीं पाया था, इसलिए प्रधान भाजपा बना है। हम बिना किसी अव्यवस्था के जनमत के साथ काम करेंगे।
इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष आनंदमय बर्मन ने कहा कि सिलीगुड़ी महकमा परिषद के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि भाजपा प्रधान चुने गए है। उन्होंने कहा कि उनके दो अनुसूचित जनजाति के विजयी उम्मीदवारों को डरा-धमका कर तृणमूल पार्टी में शामिल करने की कोशिश किया था। हमने ऐसा नहीं होने दिया।