उत्तर बंगाल में आने वाले पर्यटकों के लिये रैपिड टेस्ट अनिवार्य : सुशांत राय

सिलीगुड़ी,19 जुलाई (नि.सं.)। कोरोना महामारी के चक्कर में पर्यटन व्यवसाय को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने पहाड़ पर आने वाले पर्यटकों के लिए गाइडलाइन तैयार की थी। जिसके तहत उत्तर बंगाल आने वाले पर्यटकों को डबल डोज टीकाकरण पूरा होने के बाद ही पहाड़ पर जाने की अनुमति होगी। लेकिन अब पर्यटन व्यवसाय को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक नया फैसला लिया है।


जिसके तहत अब से बाहर से पहाड़ पर आने वाले पर्यटकों को रैपिड एंटिजन टेस्ट,आरटीपीसीआर के रिपोर्ट को भी मान्यता दी जाएगी। आज सर्किट हाउस में एक बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ओएसडी सुशांत राय ने कहा कि जो पर्यटक बाहर से पहाड़ या डुवार्स इलाकों में आएंगे। उनके लिए रैपिड टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट आना अनिवार्य कर दिया गया है।

वहीं, ओएसडी सुशांत राय ने कहे कि संक्रमण को रोकने के लिए दार्जिलिंग जिला में कुल 5 नाका चेकिंग प्वाइंट बनाये जाएंगे। वर्तमान में तीन नाका चेकिंग चल रही है। इसके अलावा एनजेपी रेलवे स्टेशन और जंक्शन बस स्टैंड में भी नाका चेकिंग की व्यवस्था की जाएगी। इसकी सहायता से जितना संभव हो लोगो की चेकिंग ( थर्मल टेस्ट )किया जाए। इसके अलावा कोलकाता से चिकित्सकों की एक विशेष टीम भी सिलीगुड़ी आ रही है। यह टीम उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के (पेडियाट्रिक)चिकित्सा और नर्सों को प्रशिक्षित करेगी।


दार्जिलिंग स्वास्थ्य विभाग अगस्त महीने तक 70 प्रतिशत डबल डोज टीकाकरण पूरा करना चाहता है। ओएसडी सुशांत राय ने कहा कि कोरोना को लेकर उन लोगों की अक्सर बैठक होती रहती है।

आज भी कोरोना की लहर को रोकने के लिए यह बैठक की गई। जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। आज की बैठक में अधिकारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

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