सिलीगुड़ी, 8 जनवरी (नि.सं.)। राज्य में 100 दिनों के काम को लेकर राजनीतिक हो रही है। पार्टी देखकर 100 दिनों के काम दिए जा रहे है। आज मल्लागुड़ी पार्टी कार्यालय में पत्रकार सम्मलेन के दौरान जलपाईगुड़ी जिला भाजपा सांसद डॉक्टर जंयत राय ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि 100 दिनों के काम में काफी आगे रहने का दावा करने वाली राज्य सरकार असल में राजनीतिक कर रही है। 100 दिनों के काम तृणमूल समर्थकों को छोड़कर अन्य पार्टी के समर्थकों को नहीं दिए जा रहे है। इसके अलावा 100 दिनों के काम का असल मुआवजा भी नहीं दिए जा रहे है। बंगाल में 100 दिनों के काम के तहत प्रति मजदूर को 1 रुपया से लेकर 33 रूपया तक दिए जा रहे है।
जबकि 18-19 और 19-20 के वित्तीय वर्ष में 191 रूपये, वित्तीय वर्ष 20-21 में प्रति मजदूर 204 रुपया और गत वित्तीय वर्ष 213 रूपये प्रति मजदूर तय की गई थी। यह आंकडा सीपीआई इंडेक्स द्वारा तय किया जाता है। फिर भी पश्चिम बंगाल में प्रति मजदूर 1 रुपया से लेकर 33 रुपया दिए जा रहे है। राज्य सरकार का 100 दिन को लेकर किये जा रहे दावा खोखले है।