सिलीगुड़ी, 27 मई (नि.सं.)। कामतापुरी भाषा को राष्ट्रीय मान्यता देने और 8वीं अनुसूची में शामिल करने, विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों में 60 प्रतिशत भूमिपुत्रों के लिए सीटों के आरक्षण सहित कई मांगों के समर्थन में आज उज्जास कमेटी ने आंदोलन शुरू किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, अस्सी के दशक से उत्तर बंगाल अनुसूचित जाति व आदिवासी संगठन उज्जास उत्तर बंगाल में विभिन्न समुदायों की मांगों के लिए लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहा है। वही, आज संगठन के सदस्यों 9 सूत्री मांग को लेकर सिलीगुड़ी कोर्टमोड़ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरने में बैठकर एक बार फिर आंदोलन शुरू किया है।
इस संबंध में संगठन की केंद्रीय कमेटी की अध्यक्ष रंजना रॉय ने कहा कि उत्तर बंगाल को हर मामले में पीछे रखा गया है। उत्तर बंगाल में कई भाषा बोलने वाले लोग है. लेकिन किसी को उनकी परवाह नहीं है। जिस वजह से इस धरना के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित कर रहा हुं। अगर हमारी मांगें को नहीं मानी गईं तो एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।
वहीं, उज्जास की केंद्रीय कमेटी के सह अध्यक्ष सत्येन प्रसाद राय ने कहा कि धरने के बाद महकमा शासक के माध्यम से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।