सिलीगुड़ी, 9 जुलाई (नि.सं.)। सिलीगुड़ी में कुछ दिनों पहले सड़क किनारे सब्जी बिक्री करते हुए 12 वर्षीय बच्चीं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। बच्चीं का नाम संगीता दास है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते संगीता पढ़ाई-लिखाई छोड़ कर सब्जी बेचने को मजबूर हो गयी थी। वहीं, जैसे ही पार्षद दिलीप बर्मन को इस विषय की जानकारी मिली।
उन्होंने सहायता का हाथ आगे बढ़ाया था। इस बीच पार्षद के बाद अब “नतुन पथे असहायर साथे” नामक संस्था संगीता की मदद के लिये सामने आयी है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के जरिये संगठन को संगीता के बारे में पता चला। इस बीच संगठन की तरफ से आज संगीता को खाद्य सामग्री के साथ ही पढ़ाई सामग्री सौंपी गयी। संगीता के डॉक्टर बन्ने के सपने को पूरा करने के लिये संगठन द्वारा हर संभव मदद करने का आश्वसन दिया गया है। जानकारी के अनुसार संगीता के पिता दिहाड़ी मजदूर है। वहीं, मां दूसरों के घरों में काम करती है। लेकिन, कुछ दिनों पहले एक हादसे में पिता का पावं जख्मी हो गया था। जिसके चलते वे काम नहीं कर पाते है। वहीं, पिता के इलाज के दौरान घर का सारा जमापुंजी भी खतम हो गया।
इस स्थिति में घर की माली हालत बद से बदतर हो गयी। परिवार के लिये दो वक्त की रोटी जुगार कर पाना भी मुश्किल हो गया था। 4 भाई-बहनों में संगीता सबसे बड़ी है। इस स्थिति में घर चलाने के लिये मां के साथ साथ अब उसके कंधो में भी जिम्मेदारी आ गयी। इसके बाद छोटी सी उम्र में संगीता सब्जी बेचने लगी। वो जंगलों से कच्चू के पत्ते काट कर माटीगाड़ा स्थित चांदमुनी रेलवे लाइन के पास छोटी दुकान लगाकर बिक्री कर अपनी मां की मदद करने लगी। लेकिन, इस बीच नन्ही सी बच्चीं द्वारा सड़क किनारे सब्जी बिक्री करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।