सिलीगुड़ी,15 जून (नि.सं.)। कोरोना महामारी के कारण लोग खुशी के मौके पर किन्नरों को बुलाने से परहेज करने लगे है। पहले किसी के घर में बच्चे के जन्म होने पर इन्हें खासतौर पर बुलाया जाता था या वे लोग खुद भी लोगों के घर पर पहुंच जाते थे। लेकिन कोरोना महामारी ने उनकी रोजी-रोटी छीन ली है।
ज्ञात हो कि कोरोना के कारण बड़े पैमाने पर किसी भी तरह के कार्यक्रमों के आयोजनों पर रोक लगाने व सामाजिक रूप से मेल-मिलाप कम होने के चलते किन्नरों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए सिलीगुड़ी के सृष्टि नामक एक स्वयंसेवी संस्था ने उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। आज संगठन के सदस्यों ने उन्हें एक महीने का खाद्य सामग्रियां सौंपा हैै।
संस्था की ओर से गौतम गोस्वामी ने कहा कि वर्तमान समय में किन्नर असहाय हो गये। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने उन्हें एक महीने की खाद्य सामग्रियां सौंपी है। वहीं, सोनाली नामक एक किन्नर ने कहा कि तीसरे लिंग के रूप में आधिकारिक मान्यता मिलने के बाद भी उनकी उपेक्षा की जाती है। उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि इस स्थिति में उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया जाये।