सिलीगुड़ी,7 जनवरी (नि.सं.)। कहते हैं मां के दिल जैसा दुनिया में कोई दिल नहीं होता। मां का प्यार इंसान क्या, जानवर के लिए भी किसी संजीवनी से कम नहीं होता। जानवरों पर भी यही नियम लागू होता है। जानवरों में भी ममता, प्यार और लगाव की भावना होती है जो उसे हमारी ही तरह बनाती है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक तेंदुए में भी अपने बच्चों के प्रति ममता देखने को मिला है।
दरअसल एक तेंदुए ने बच्चों को जन्म दिया था और उन्हें छोड़ कर चली गई थी। लेकिन मां तो मां होती है। वह भला कैसे अपने बच्चों को छोड़ कर रह सकती है? इस लिये तेंदुए ने जहां अपने बच्चों को जन्म दिया था। वहां अपने बच्चों की तलाश में फिर से आई है और वह अपने बच्चों को साथ लेकर लौट गई। जी हां, सिलीगुड़ी महकमा अंतर्गत बागडोगरा के मुनि चाय बागान इलाके में ऐसा ही दृश्य देखने को मिला।
बताया गया है कि बागान में काम करने के दौरान श्रमिकों ने एक जगह दो शावकों को देखा। तेंदुए के शावक को देखकर बागान में हड़कंप मच गया। जिसके बाद इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। खबर मिलते ही वनकर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन वनकर्मियों को पता था कि मां शावकों के पास लौट कर आएगी। इसलिए शावकों को वहीं रखा गया था।
साथ ही श्रमिकों से कहा गया था कि वे शावकों के पास न जाएं। वहीं, बागान में वन विभाग द्वार ट्रैप कैमरे भी लगाए गए थे।शुक्रवार रात को मां तेंदुआ अपने बच्चों के पास वापस लौटी और दोनों शावकों को मुंह में लेकर चली गई। तेंदुए का अपने बच्चों के प्रति स्नेह,प्यार और लगाव की भावना पूरा ट्रैप कैमरे में कैद हो गया है।